A Secret Weapon For हौसले बुलंद शायरी

मैं ज़िंदगी का देते देते सूद ख़त्म हो गया।

जबसे मालूम हुआ के तुम हमारे होना नही चाहते

जिसके भद्दे चेहरे से डरते थे लोग, उसने अपनी बदसूरत शक्ल से कमाया खूब नाम और पैसा

जख्म तो हम भी अपने दिल में तुमसे गहरे रखते हैं

बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें।

उनके हीं सितारे चमकते हैं, जो मजबूरियों का रोना रोया नहीं करते

दुनिया में सबसे ज्यादा वजन खाली जेब की होती है,

लफ्जों को दिल से निकलते हैं दिमाग से तो मतलब निकलते है........!!

क्या बेचकर हम खरीदे हैं फुर्सत… है जिंदगी…

मिले तो हजारों लोग थे, ज़िन्दगी में पर वो सब से अलग थी, जो किस्मत में नहीं थी.........!!

हौसलों से अपने सपनों की ऊंचाइयों को छू कर दिखाएँ

न ये पूछा कहाँ पे हो, न यह जाना कि कैसे हो

मैं संभलने लगा जब वह हद से गिरने लगी........!!

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